नक्षत्र
1) अश्विन — त्वरित कार्रवाई और अनुसंधान
2) भरनी — संहारक और विनिर्माणक
3) कृतिका – तीक्ष्ण काटने वाले
4)रोहिणी — विपरित लिंग को आकर्षित करने वाला
5)मृगशिरा – खोजकर्ता
6) आद्रा — भ्रमित
7)पुनर्वसु – पुनर्उद्धार
8) पुष्य – शुभ और वृद्धि
9)अश्लेषा- जहरीली
10)मघा — भव्य
11)पुर्वफाल्गुणी — विपरीत लिंग की ओर आकर्षित
12)उत्तरफाल्गुणी- अपने बुद्धि से सत्य की खोज करने वाले
13)हस्ता — खुशी और पावर
14) चित्रा – ग्लैमरस
15) स्वाति – पवित्रता
16)विशाखा – जोश से भरा
17)अनुराधा – आध्यात्मिकता की ओर झुकाव
18)ज्येष्ठा — बडा़
19)मूला — पाताल तक जड़ वाला
20)पुर्वाषाढा़– जलीय नक्षत्र
21)उत्तराषाढ़ – विनम्र और ईमानदार
22)श्रवणा — माता सरस्वती का आशीर्वाद
23)धनिष्ठा – विलीसिता और प्रसिद्धि
24)शतभिषा – माया/रहस्यमयी और सौ कठिनाईया
25)पुर्वभद्रापद — सुपरनैचुरल पावर औ भलाई के लिए गुप्त विद्या का प्रयोग
26)उत्तरभद्रापद- भाग्यशाली पैरो वाले
27) रेवती– आसानी से संवाद से नियंत्रित करने की क्षमता