कुंडली के चौथे भाव में बुध का प्रभाव
1) कुंडली के चौथे भाव में बुध के प्रभाव को जानने के लिए सर्वप्रथम हम चतुर्थ भाव और बुध के कारक के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।
2) चतुर्थ भाव शिक्षा का कारक भाव माना जाता है, बुध भी शिक्षा का कारक ग्रह है। कुंडली के चतुर्थ भाव में बुध के होने के कारण जातक की शिक्षा अच्छी होती है और वह उच्च शिक्षा को प्राप्त करता है।
3) चतुर्थ भाव मन का कारक भाव होता है । चतुर्थ भाव में बुध जातक को बुद्धिमान बनाता है। जातक तीक्ष्ण बुद्धि का चतुर और कैलकुलेशन तथा ट्रिक में एक्सपर्ट होता है। जातक अच्छा गणितज्ञ या ज्योतिषी या दूसरे कैलकुलेशन या ट्रिक से संबंधित कार्यों में निपुण होता है।
4) बुध को वाणी का ग्रह माना जाता है, जातक अपने बोलने की कला द्वारा पब्लिक को प्रभावित कर सकता है। जातक एक अच्छा डिप्लोमेट हो सकता है या एक अच्छा सेल्समैन हो सकता है।
5) चतुर्थ भाव में स्थित बुध माता के लिए शुभ माना जाता है। जातक और उसके माता के बीच अच्छे संबंध होंगे। उसकी माता अच्छी महिला होगी और जातक को अपनी माता का सुख मिलेगा।
6) चतुर्थ भाव में स्थित बुध जातक को उत्तम सुख देता है। जातक के पास अपना घर और अपना वाहन हो सकता है। जातक अच्छा धन अर्जित करेगा। जातक अपने दोस्तों और मित्रों की सहायता प्राप्त करेगा। जातक अपने गुणों के कारण प्रसिद्ध होगा। जातक के दयालु व्यक्ति होगा और मधुर वचन बोलने वाला व्यक्ति होगा।
7) जातक एक अच्छा क्रिटिसाइजर होगा। जातक सरकार के पॉलिसी का क्रिटिसाइज करने वाला व्यक्ति हो सकता है।