श्रवणा नक्षत्र
1) 22th नक्षत्र
2) अंग्रेजी नाम-α (अल्फा) Aquile या Altair
3)नक्षत्र स्थिति-10 डिग्री मकर राशि से 23 डिग्री 20 मिनट मकर राशी मे
4) राशि स्वामी – शनि
5)विशोंत्तरी दशा स्वामी – चंद्रमा
6)देवता – भगवान विष्णु या देवी सरस्वती
7)प्रतीक – कान या गरुड़ का पंजा
8) वर्ण – मल्लेचछ लेकिन कुण्डली मिलान में वैश्य
9) वश्य – जलचर
10) योनि- वानर
11) योनि वैर – मेष
12) गण- देव
13) नाडी़- अंत्य
14) गुण – राजसिक (रजोगुण)
15) वर्ण – खी, खू,खे,खो
16) लकी कलर – लाइट ब्लू
17) गतिविधि- धैर्यवान
18)प्रकृति–सृष्टि
19) प्रकृति- चर
20) दिशा-ऊपर की ओर
21) लिंग- पुरुष लिंग
22) दोष-कफ दोष
23) तत्व – वायु तत्व
24)सबसे विनाशकारी नक्षत्र – अनुराधा
25) सबसे सहज – पूर्वाषाढ़ा
26) सबसे असहज नक्षत्र – कृतिका, पुष्य
27)विपत्त नक्षत्र – राहु द्वारा शासित नक्षत्र – शतभिषा , आद्रा, स्वाति
28) प्रत्यारी नक्षत्र – शनि द्वारा शासित नक्षत्र -उत्तरभद्रापद, पुष्य, अनुराधा
29)बाधा नक्षत्र – केतु द्वारा शासित नक्षत्र – अश्विनी, माघा, मूला
30) मित्र नक्षत्र – शुक्र और सूर्य द्वारा शासित नक्षत्र- भरणी, कृतिका ,पूर्वफाल्गुनी,उत्तरफाल्गुणी, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़
31)व्यवहार – श्रवणा का प्रतीक सुनने और सीखने की अच्छी गुणवत्ता का संकेत देता है, वे बातुनी स्वाभव के भी होते है। वे सुनी सूनाई बातो में विश्वास कर लेते है और इस नजरिए से कुछ समय गलतफहमी का भी शिकार हो सकते है।
इस नक्षत्र को देवी सरस्वती से शक्ति प्राप्त होती है जो संकेत देता है कि शिक्षा के क्षेत्र मे ज्ञान से संबंधित है, संगीत, नृत्य, अभिनय और अन्य विभिन्न कला के रूप में विशेषज्ञ हो सकते है। अच्छे सलाहकार और स्वयं के ज्ञान से मदद करने वाले और ज्ञान का अपार धन के माध्यम से मदद की प्रकृति होती है।
भगवान विष्णु नक्षत्र के देवता है जो जातक को बेहद धार्मिक, अपने काम के प्रति जिम्मेदार और ईमानदार , बुद्धिमान, और मामले को बुद्धिमानी तथा साफ सुथरे तरीके से निपटाने की गुणवत्ता देता है। साथ ही वे बड़े दिलवाले , दयालु, चतुर, शांति प्रेमी और आसपास के महौल मे शांति के लिए प्रयास करने वाले होते है।
चंद्रमा विशोंत्तरी दशा के स्वामी के रुप मे बोली चाली मे मीठा, काम मे साफ सुथरा, अत्यधिक भावुक, बहुत खुले दिमाग वाले, ईमानदार, अपने ज्ञान से लोगो को मदद करने वाले, मल्टी टास्किंग क्षमता, लोगो से जुड़ने की क्षमता वाले होते है।
शनि राशी स्वामी है अतः वे कठिन मेहनती, अपने कार्य के प्रति अत्यंत जिम्मेदार,अनुशासित (निश्चित सिद्धांत से जीवन जीने वाले और सख्ती से इसको पालन करने की कोशिश वाले), प्राचीन शास्त्र / पौराणिक ज्ञान प्रेमी, तर्क – वितर्क की प्रकृति, ईर्ष्यालु प्रकृति,अपने ज्ञान को लेकर स्वार्थी होते है।
इसके अलावा वे उच्चतम सीमा तक सच्चाई पसंद होते है और इस मामले मे वे कोई समझौता नहीं करते है।
33) पेशा – इंजीनियर, मेडिकल, विज्ञान, शिक्षा के किसी भी कला मे,शिक्षक, स्कूल, तेल और पेट्रोलियम से संबंधित कार्य, ज्योतिष, धार्मिक विद्वानों, राजनेता, भूविज्ञानी, समाचार प्रसारक, रिकॉर्डिंग, कहानी सुनाने वाले,किसी भी शिक्षा लाइन के अध्यक्ष के रूप में , वक्ता इत्यादि