August 2020

कुंडली के नवम भाव में द्वितीयेश का प्रभाव

कुंडली के नवम भाव में द्वितीयेश का प्रभाव 1)कुंडली के नवम भाव में द्वितीयेश का प्रभाव जानने से पहले हम नवम भाव और द्वितीय भाव के नैसर्गिक कारक के संदर्भ में जानकारी प्राप्त करेंगे। द्वितीय भाव का स्वामी स्वयं के भाव से अष्टम स्थान में स्थित है। अतः प्रथम भाव के स्वामी का अष्टम भाव […]

कुंडली के नवम भाव में द्वितीयेश का प्रभाव Read More »

कुंडली के सप्तम भाव में द्वितीयेश का प्रभाव

कुंडली के सप्तम भाव में द्वितीयेश का प्रभाव 1) कुंडली के सप्तम भाव में द्वितीयेश का प्रभाव जानने के लिए सर्वप्रथम हम द्वितीय भाव और सप्तम भाव के नैसर्गिक कारक के संदर्भ में जानकारी प्राप्त करेंगे। द्वितीयेश स्वयं के भाव से छठे भाव में स्थित है प्रथम भाव के स्वामी का छठे भाव में क्या

कुंडली के सप्तम भाव में द्वितीयेश का प्रभाव Read More »

कुंडली के छठे भाव में द्वितीयेश का प्रभाव

कुंडली के छठे भाव में द्वितीयेश का प्रभाव 1) कुंडली के छठे भाव में द्वितीयेश का प्रभाव जानने के लिए सर्वप्रथम हम द्वितीय भाव और छठे भाव के नैसर्गिक कारक के संदर्भ में जानकारी प्राप्त करेंगे। 2) छठा भाव दुः स्थान होता है, छठे भाव उपचय भाव भी होता है। द्वितीय भाव छठे भाव से

कुंडली के छठे भाव में द्वितीयेश का प्रभाव Read More »

कुंडली के पंचम भाव में द्वितीयेश का प्रभाव

कुंडली के पंचम भाव में द्वितीयेश का प्रभाव 1) कुंडली के पंचम भाव में द्वितीय का प्रभाव जानने के लिए सर्वप्रथम हम पंचम भाव और द्वितीय भाव के नैसर्गिक कारक के संदर्भ में जानकारी प्राप्त करेंगे। 2) द्वितीय भाव धन से संबंधित होता है, पंचम भाव जातक के पिछले जन्म के पुण्य से संबंधित होता

कुंडली के पंचम भाव में द्वितीयेश का प्रभाव Read More »

कुंडली के चतुर्थ भाव में द्वितीयेश का प्रभाव

कुंडली के चतुर्थ भाव में द्वितीयेश का प्रभाव 1) कुंडली के चतुर्थ भाव में द्वितीयेश का प्रभाव जानने से पहले हम चतुर्थ भाव और द्वितीय भाव के नैसर्गिक कारक के संदर्भ में जानकारी प्राप्त करेंगे। जैसा कि हम देख रहे हैं कि द्वितीय भाव का स्वामी स्वयं के भाव से तृतीय स्थान में स्थित है,

कुंडली के चतुर्थ भाव में द्वितीयेश का प्रभाव Read More »

कुंडली के तृतीय भाव में द्वितीयेश का प्रभाव

कुंडली के तृतीय भाव में द्वितीयेश का प्रभाव 1) कुंडली के द्वितीय भाव में तृतीय भाव में द्वितीयेश का प्रभाव जानने के लिए सर्वप्रथम हम द्वितीय भाव और तृतीय भाव के नैसर्गिक कारक के संदर्भ में जानकारी प्राप्त करेंगे। जैसा कि हम देख रहे हैं कि द्वितीय भाव स्वयं से द्वितीय स्थान में है, अतः

कुंडली के तृतीय भाव में द्वितीयेश का प्रभाव Read More »

कुंडली के द्वितीय भाव में द्वितीयेश का प्रभाव

कुंडली के द्वितीय भाव में द्वितीयेश का प्रभाव 1)कुंडली के द्वितीय भाव में द्वितीयेश का प्रभाव जानने के लिए सर्वप्रथम हम द्वितीय भाव के नैसर्गिक कारक के संदर्भ में जानकारी प्राप्त करेंगे। जैसा कि हम देख रहे हैं कि द्वितीय भाव का स्वामी द्वितीय भाव में ही स्थित है, अतः हम प्रथम भाव के स्वामी

कुंडली के द्वितीय भाव में द्वितीयेश का प्रभाव Read More »

कुंडली के प्रथम भाव में द्वितीयेश का प्रभाव

कुंडली के प्रथम भाव में द्वितीयेश का प्रभाव 1)कुंडली के प्रथम भाव में द्वितीयेश का प्रभाव जानने के लिए सर्वप्रथम हम प्रथम भाव और द्वितीय भाव के नैसर्गिक कारक के संदर्भ में जानकारी प्राप्त करेंगे। द्वितीयेश प्रथम भाव में स्थित होकर द्वी – द्वादश संबंध का निर्माण करता है, अर्थात द्वितीय अपने भाव से बारहवें

कुंडली के प्रथम भाव में द्वितीयेश का प्रभाव Read More »

कुंडली के द्वादश भाव में लग्नेश का प्रभाव

कुंडली के द्वादश भाव में लग्नेश का प्रभाव 1) कुंडली के द्वादश भाव में लग्नेश का प्रभाव जानने के लिए सर्वप्रथम हम प्रथम भाव और द्वादश भाव के नैसर्गिक कारक के संदर्भ में जानकारी प्राप्त करेंगे। 2) सामान्यतः लग्नेश द्वादश भाव में शुभ नहीं माना जाता है। क्योंकि द्वादश भाव में स्थित लग्नेश के कारण

कुंडली के द्वादश भाव में लग्नेश का प्रभाव Read More »

कुंडली के एकादश भाव में लग्नेश का प्रभाव

कुंडली के एकादश भाव में लग्नेश का प्रभाव 1)कुंडली के एकादश भाव में लग्नेश का प्रभाव जानने के लिए सर्वप्रथम हम एकादश भाव और प्रथम भाव के नैसर्गिक कारक के संदर्भ में जानकारी प्राप्त करेंगे। 2) एकादश भाव एक उपचय भाव होता है। अतः लग्नेश एकादश भाव में स्थित हो तो लग्न और लग्नेश दोनों

कुंडली के एकादश भाव में लग्नेश का प्रभाव Read More »