कुण्डली मिलान मे दोष समाप्ति

          कुण्डली के दोष समाप्ति
          कुण्डली मिलान भाग 13

1) नाड़ी दोष की समाप्ति

नाड़ी मिलान को कुण्डली मिलान मे सबसे अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है।
नाडी दोष को निम्नलिखित परिस्थिती मे समाप्त माना जाता है कहा जाता है,
क)जन्मनक्षत्र एक हो पर नक्षत्र पद/चरण भिन्न हो
ख)जन्मराशी एक हो पर जन्मनक्षत्र भिन्न हो
ग)जन्मनक्षत्र एक हो पर जन्मराशी भिन्न हो

2) भूकूट दोष समाप्ति

निम्नलिखित परिस्थिती मे भूकूट दोष समाप्त माना जाता है
क)जन्मराशि का स्वामी दोनों कुण्डली मे एक हो
ख) जन्मराशि का स्वामी एक-दूसरे के नैसर्गिक मित्र हो
ग)कुण्डली मे नाडी दोष में मौजूद नहीं हो तब ऐसा माना जाता है कि भूकुट दोष का प्रभाव कम होता है।

3)गण दोष समाप्ति
निम्नलिखित परिस्थिती मे गण दोष समाप्त माना जाता है

क)जन्मराशी आपस मे मित्र हो और नाड़ी दोष कुण्डली मे न हो

ख)नवांश लग्न स्वामी आपस मे मित्र हो

ग)गण दोष समाप्त माना जाता है यदि कुण्डली मे तारा दोष, वश्य दोष, भूकूट दोष, ग्रहमैत्री दोष, योनि दोष नहीं हो

घ) जन्मराशी स्वामी एक हो पर नवांश स्वामी भिन्न हो

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *