कुंडली के एकादश भाव में बुध का प्रभाव
1) कुंडली के एकादश भाव में बुध का प्रभाव जानने के लिए सर्वप्रथम हम बुध और एकादश भाव की कारक के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।
2) एकादश भाव उपचय भाव होता है, साथ ही यह लाभ भाव भी है। बुध एकादश भाव में अपने नैसर्गिक गुणों में बढ़ोतरी करता है। जातक आकर्षक और रुपवान व्यक्तित्व वाला व्यक्ति होता है। जातक बुद्धिमान होता है। जातक तर्क में उत्तम होता है। जातक ट्रिक और टेक्निक में एक्सपर्ट होता है। साथ ही जातक छल करने में भी चतुर होता है।
3) एकादश भाव में उत्तम स्थिति में स्थित बुध जातक को दीर्घायु बनाता है।
4) बुध भेद नीति का कारक ग्रह है। साथ ही बुध जातक को तार्किक, बुद्धिमान और कुशल वक्ता बनाता है। अतः जातक अपनी बुद्धि के दम पर “फूट करो और शासन करो” वाली नीति को लागू करने में सक्षम होगा। अतः हम कह सकते हैं जातक एक अच्छा कूटनीतिज्ञ हो सकता है।
5) बुद्ध वाणी या वचन का कारक ग्रह है, अतः एकादश भाव में उत्तम स्थिति में स्थित बुध जातक को अपने वचन का पक्का बनाता है। जातक अच्छे विचारों और संस्कारों वाला व्यक्ति होगा। जातक एक विश्वासी व्यक्ति होगा। यदि बुध उत्तम स्थिति में ना हो तो फलादेश विपरीत स्वभाव के होंगे।
6) एकादश भाव में स्थित बुध जातक छिपी हुई इच्छाएं देता है। जातक भौतिक सुख की ओर बहुत ज्यादा झुकाव रखने वाला व्यक्ति होगा। जातक को जीवन में बहुत सारे सुख भी प्राप्त होंगे। लेकिन जातक की शिक्षाएं इच्छाएं अनंत होगी। जातक अपने सहकर्मियों की सहायता प्राप्त करेगा।
7) एकादश भाव में स्थित बुध जातक को अपने शत्रु पर विजय दिलाएगा। जातक अपनी बुद्धि और मानसिक क्षमता के दम पर शत्रु से पार पाने में सक्षम होगा।
8) जातक विभिन्न विषयों में उत्तम ज्ञान रखने वाला व्यक्ति होगा । जातक टेक्निकल क्षेत्र या तर्क से संबंधित क्षेत्र, गणित से संबंधित क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकता है।
9) जातक की उत्तम वक्ता होगा। जातक संवाद कुशल होगा। जातक के समाज और जनता से अच्छे संबंध होंगे । जातक अपने बोलने की कला के कारण प्रसिद्ध होगा।
10) जातक धनी होगा और उसके पास सभी तरह के भौतिक सुख होंगे। जातक को भाग्यशाली संतान की प्राप्ति होगी। यह संभव है वह बहुत ज्यादा चतुर होगा। वह किसी दूसरे व्यक्ति को अपनी ज्ञान का श्रेय देना नहीं चाहेगा। जातक खुद को दूसरों से महान समझेगा।